Chapter 3 उपहार
Textbook Questions and Answers
नीचे दिए गए चित्रों को पहचानकर उनके नाम लिखिए?
Answer:
(१) घर
(२) बहती नदी
(३) अमरुद
(४) हिमालय पर्वत
(५) अनाज की बोरी
(६) चाबियों का गुच्छा
(७) दर्शक
(८) पानी से भरा गिलास
(९) बूढा व्यक्ति
(१०) आम की पेटी
भाषा की ओर
निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द इस कहानी से ढूँढकर बताओ।
Answer:
सखा – मित्र
वृक्ष – पेड़
जननी – माँ
नयन – आँख
भगिनी – बहन
लेखन विभाग
खोजबीनः
गृहउद्योगो की जानकारी छात्र अपने अनुसार प्राप्त करेंगे एवं उस पर चर्चा करेंगे।
Answer:
आज हमारे देश में कई स्थानों पर घर की गृहिणियाँ एवं बेरोज़गार लोग कई प्रकार के छोटे-छोटे उद्योग घर में ही करते हैं और अपनी आजीविका के लिए कुछ धन प्राप्त करते हैं। घर पर ही किए जाने वाले इन छोटे-छोटे उद्योगों को गृहउद्योग कहा जाता है।
इसके अंतर्गत निम्नलिखित उद्योग आते हैं।
(१) घर में अगरबत्तियाँ बनाना।
(२) मोमबत्तियाँ बनाना।
(३) अगरबत्तियों को लगने वाली बांबू की पतली सीकें तैयार करना।
(४) आलू के वेफर तैयार करना।
(५) पापड़ और अचार बनाना।
(६) छोटी-छोटी टोकरियों एवं चटाई बनाना।
(७) झाडू बनाना।
(८) चित्र बनाना, बर्तनों पर नक्काशी करना।
(९) सौपियों से रंग-बिरंगी वस्तुएँ बनाना।
(१०) मिट्टी के बर्तन बनाना आदि।
बताओ तो सही:
बड़े होकर क्या बनना चाहते हो?
Answer:
मैं बड़ा होकर एक अच्छा व ईमानदार इंसान बनना चाहूँगा। जिंदगी तो सभी जीते हैं, किंतु वही असली जिंदगी जीता है, जिसे मरने के बाद भी सभी याद करते हैं। मैं एक सैनिक बनकर मरते दम तक अपने देश की सेवा करना चाहता हूँ।
वाचन जगत से:
महादेवी वर्मा की कहानी पढ़कर उसके पात्रों के नाम लिखिए:
Answer:
कहानी – नीलकंठ पात्र:
(१) लेखिका – महादेवी वर्मा
(२) बड़े मियाँ – चिड़िया बेचनेवाला
(३) नीलकंठ – मोर
(४) राधा – मोरनी
(५) कुब्जा – मोरनी
(६) कजली – लेखिका की कुतिया
(७) बूढा – खरगोश
(८) लक्का – कबूतर
(९) चित्रा . बिल्ली
सदैव ध्यान में रखें:
सच्चाई में ही सफलता किस तरह से निहित है:
Answer:
मनुष्य को अपने जीवन में हमेशा सच की राह पर चलना चाहिए। महात्मा गांधी एवं कई महापुरुषों ने अपने जीवन में सत्य का पालन किया है। भले ही सत्य की राह पर चलने वाले मनुष्य को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है किंतु अंत में सत्य की ही विजय होती है।
जरा सोचो बताओ:
‘यदि तुम्हें परी मिल जाए तो …’ (काल्पनिक लेखन)
Answer:
यदि मुझे परी मिल जाए तो मैं स्वयं को बड़ा ही भाग्यशाली समझेंगा। परी से बातचीत करना मेरे मन की बड़ी पुरानी कामना है। यदि मुझे परी मिलेगी तो मैं उससे पहला प्रश्न करूँगा कि तुम कहाँ से आई हो? कहाँ रहती हो? क्या करती हो? उसकी जादुई छड़ी के बारे में पूछूगा। जादुई छड़ी से इस संसार में जो गरीब एवं दीन-दुखी हैं, उनके दुखों को दूर करने की प्रार्थना मैं उससे करूंगा। भूखों को अन्न, वस्त्रहीनों को कपड़ा और घर अपनी जादुई छड़ी से निर्माण करने के लिए कहूँगा। स्वयं के लिए कुछ न माँगकर समाज और देशवासियों को सुखी और संपन्न बनाए रखने एवं उनकी व्यवस्था बनाए रखने का निवेदन मैं परी से करूँगा। अंत में उसे इस कार्य को करने के लिए मैं उसका सदा आभारी रहूँगा। उसे धन्यवाद दूंगा। मैं परी से कहूँगा इस धरती को स्वर्ग से सुंदर बनाओ। इस वसुंधरा के गहने जो घने वृक्ष, हरियाली, पशु-पक्षी, मनुष्य हैं, सबको परिश्रमी, उद्योगी और स्वावलंबी बनने की इच्छा प्रदान करो।
अध्ययन कौशल:
किसी परिचित अन्य कहानी लेखन के लिए मुद्दे तैयार करोः
Answer:
संकेत: एक कुत्ता — रोटी का टुकड़ा मिलना — मुँह में दबाना — पुल पार करना — पानी में परछाई देखना — दूसरा कुत्ता समझना — उस पर भौंकना — रोटी का गिर जाना — सीख।
स्वयं अध्ययन:
नीचे दिए गए चित्रों के आधार पर उचित और आकर्षक विज्ञापन तैयार करोः
Answer:
Additional Important Questions and Answers
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए:
Question 1.
गाँव के पास क्या लगा हुआ था?
Answer: गाँव के पास पुस्तक मेला’ लगा हुआ था।
Question 2.
पेड़ के पास कौन खड़ी थी?
Answer:
पेड़ के पास सुनहरे पंखों वाली एक परी खड़ी थी।
Question 3.
रास्ते में ऋत्विक को क्या मिला?
Answer:
रास्ते में ऋत्विक को गिरी हुई एक पोटली मिली।
Question 4.
पोटली पर किसका चित्र बना था?
Answer:
पोटली पर एक परी का सुनहरे रंग में चित्र बना था।
Question 5.
पोटली किस रंग की थी?
Answer:
पोटली लाल रंग की थी।
Question 6.
परी ने ऋत्विक की किस भावना की परीक्षा ली?
Answer:
परी ने ऋत्विक की ईमानदारी की परीक्षा ली।
Question 7.
पोटली से क्या बाहर निकल आई?
Answer:
पोटली से सुंदर-सुंदर पुस्तकें बाहर निकल आई।
Question 8.
ऋत्विक ने किसके लिए पुस्तकालय खोला?
Answer:
ऋत्विक ने अपने मित्रों के लिए पुस्तकालय खोला।
Question 9.
ऋत्विक ने बड़े होकर क्या खोलने का निश्चय किया?
Answer:
ऋत्विक ने बड़े होकर एक बड़ा-सा पुस्तक भंडार’ खोलने का निश्चय किया।
Question 10.
ऋत्विक ने किसे अपना ध्येय बना लिया?
Answer:
ऋत्विक ने ‘पुस्तकालय’ को ही अपना ध्येय बना लिया।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
Question 1.
ऋत्विक उदास क्यों हो गया?
Answer:
ऋत्विक के गाँव के पास ‘पुस्तक मेला’ लगा हुआ था। ऋत्विक भी पुस्तक मेला देखने जाना चाहता था किंतु माँ के मना करने पर ऋत्विक उदास हो गया।
Question 2.
पेड़ के पीछे ऋत्विक ने क्या देखा?
Answer:
पेड़ के पीछे ऋत्विक ने बहुत तेज़ रोशनी देखी। पेड़ के पास जाने पर उसने देखा कि वहाँ एक सुनहरे पखों वाली परी खड़ी है।
Question 3.
ऋत्विक ने परी को अपनी उदासी का क्या कारण बताया?
Answer:
ऋत्विक ने परी को अपनी उदासी का यह कारण बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ पुस्तक-मेला देखने जाना चाहता था तथा मेले से पुस्तकें खरीदना चाहता था।
Question 4.
ऋत्विक ने रास्ते में मिली मखमली पोटली को क्यों नहीं खोला?
Answer:
ऋत्विक ने रास्ते में मिली मखमली पोटली को इसलिए नहीं खोला क्योंकि उसने मन में विचार किया कि अगर यह मेरी नहीं है, तो मुझे इसे खोलने का अधिकार नहीं है।
Question 5.
परी ने ऋत्विक को क्या समझाया?
Answer:
परी ने ऋत्विक को समझाया कि जो व्यक्ति ईमानदार होता है, उसे अपने जीवन में किसी चीज़ की कमी नहीं होती।
Question 6.
ऋत्विक और उसकी बहन को पूरा गाँव ‘पुस्तक-मित्र’ के नाम से क्यों जानने लगा?
Answer:
ऋत्विक ने अपनी बहन कृतिका की मदद से गाँव में एक पुस्तकालय खोला। गाँव के सभी बच्चे वहाँ आकर अपनी मनपसंद पुस्तकें पढ़ने लगे। ऋत्विक के इसी योगदान के कारण पूरा गाँव उन्हें ‘पुस्तक-मित्र’ के नाम से जानने लगा।
Question 7.
एक पुस्तक ने ऋत्विक से क्या पूछा?
Answer:
एक पुस्तक ने ऋत्विक पूछा, “ऋत्विक, अगर तुम अपने जीवन में बड़े आदमी बनोगे, तो क्या तुम हमारा साथ छोड़ दोगे? हमें भूल जाओगे?”
निम्नलिखित शब्दों में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(उदास, गाँव, पोटली, समझ, ईमानदारी, आँखें, पुस्तकें,आँख)
Question 1.
कल मैने ही तुम्हारी ……………… की परीक्षा ली।
Answer:
ईमानदारी
Question 2.
एक ……………… में ऋत्विक नाम का लड़का रहता
Answer:
गाँव
Question 3.
उसे रास्ते में गिरी हुई एक ……………… मिली।
Answer:
पोटली
Question 4.
अपनी माँ की बात सुनकर ऋत्विक ……………… हो गया।
Answer:
उदास
Question 5.
पुस्तक पढ़ते-पढ़ते ऋत्विक की …………….. गई।
Answer:
आँख
Question 6.
परी की बात ऋत्विक की ……………… में नहीं आ रही
Answer:
समझ
Question 7.
खुशी से उसकी ……………… भर आईं।
Answer:
आँखें
Question 8.
उसमें से सुंदर-सुंदर ……………….. बाहर निकल आई।
Answer:
पुस्तकें
किसने, किससे कहाः
Question 1.
“तुम यहाँ उदास क्यों बैठे हो?”
Answer:
परी ने ऋत्विक से कहा।
Question 2.
“मेरी पोटली गिर गई है कहीं रास्ते में।”
Answer:
राहगीर ने ऋत्विक से कहा।
Question 3.
“और कोई पहचान बताओ?”
Answer:
ऋत्विक ने राहगीर से कहा।
Question 4.
“नहीं-नहीं, अब तो तुम ही मेरे साथी हो, मित्र हो।”
Answer:
ऋत्विक ने पुस्तक से कहा।
Question 5.
“अपनी आँखें बंद करो! मैं तुम्हें इनाम दूंगी।”
Answer:
परी ने ऋत्विक से कहा।
Question 6.
“मैं भी मेला देखने जाऊँगा।”
Answer:
ऋत्विक ने माँ से कहा।
Question 7.
“कौन-सी परीक्षा है?”
Answer:
ऋत्विक ने परी से पूछा।
Question 8.
“किस रंग की थी?”
Answer:
ऋत्विक ने राहगीर से पूछा। व्याकरण और भाषाभ्यास
निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द कहानी से ढूँढकर लिखिए:
- सखा
- वृक्ष
- जननी
- नयन
- भगिनी
- पुत्र
- प्रकाश
- सहायता
- भोर
- उत्तर
Answer:
- मित्र
- पेड़
- माँ
- आँख
- बहन
- बेटा
- रोशनी
- मदद
- सुबह
- जवाब
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए:
- दिन
- बड़ा
- सोना
- जीवन
- पास
- खुश
- कम
- उत्तीर्ण
- सुबह
- अंधकार
- सवाल
- दोस्त
Answer:
- रात
- छोटा
- जागना
- मरण
- दूर
- उदास
- ज्यादा
- अनुत्तीर्ण
- शाम
- प्रकाश
- जवाब
- दुश्मन
निम्नलिखित शब्दों का वचन बदलिए:
- लड़का
- आँख
- परी
- पुस्तक
- चीज़
Answer:
- लड़के
- आँखें
- परियाँ
- पुस्तकें
- चीजें
निम्नलिखित वाक्यों में सर्वनाम शब्द को छाँटकर लिखिए:
Question 1.
तुम अकेले कैसे जाओगे इतनी दूर?
Answer:
तुम
Question 2.
अपनी माँ की बात सुनकर ऋत्विक उदास हो गया।
Answer:
अपनी
Question 3.
यह कहकर ऋत्विक खामोश हो गया।
Answer:
यह
Question 4.
उसने उसे खोलना चाहा, फिर सोचने लगा।
Answer:
उसने
Question 5.
वह बैठ गया।
Answer:
वह
Question 6.
हमें भूल जाओगे?
Answer:
हमें
Question 7.
कहानी में आए संज्ञा शब्दों (परी, ऋत्विक, ढेर, ईमानदारी, दूध) को इनका वाक्यों में प्रयोग करके भेद समझाइए:
Answer:
परी – मैंने एक परी को देखा। (जातिवाचक संज्ञा)
ऋत्विक – ऋत्विक बुद्धिमान बालक है।
(व्यक्तिवाचक संज्ञा)
ढेर – घर के सामने मिट्टी का ढेर पड़ा है।
(समूहवाचक संज्ञा)
ईमानदारी- हमें अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए।
(भाववाचक संज्ञा)
दूध – मैं प्रतिदिन दूध पीता हूँ। (द्रव्यवाचक संज्ञा)