Chapter 3 लकड़हारा और वन

Chapter 3 लकड़हारा और वन

Textbook Questions and Answers

सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :

संजाल पूर्ण करो :

Question 1.


Answer:

संक्षेप में उत्तर लिखो:

Question 1.
पेड़ द्वारा दिया गया संदेश
Answer:
कभी हरा-भरा पेड़ मत काटो। उन्हें अपने बच्चों के समान पालो।

Question 2.
भगवान की शर्त
Answer:
लकड़हरा हरे-भरे पेड़ नहीं काटेगा व लालच में पड़कर जरूरत से अधिक सूखी लकड़ी नहीं काटेगा।

Question 3.
पेड़ों के उपयोग
Answer:
शुद्ध हवा, पानी व भोजन प्रदान करना

Question 4.
पेड़ों की कटाई के दुष्परिणाम
Answer:
पेड़ों की कटाई करने से वर्षा नहीं आएगी। वन्य जीवों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। मनुष्य को शुद्ध हवा नहीं मिलेगी। मनुष्य का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।

कृति पूर्ण करो:

Question 1.

Answer:

भाषा बिंदु

Question 1.
निम्न वृत्त में दिए संज्ञा तथा विशेषण शब्दों को छाँटकर तालिका में उचित स्थानों पर उनके भेद सहित लिखो:

Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 लकड़हारा और वन 6

Question 2.
पाठ में प्रयुक्त कारक विभक्तियाँ ढूँढकर उनका वाक्यों में प्रयोग करो ।
Answer:

स्वयं अध्ययन

किसानों के सामने आने वाली समस्याओं की जानकारी प्राप्त करके उन समस्याओं को दूर करने हेतु चर्चा करो।

उपयोजित लेखन

Question 1.
‘प्रकृति हमारी गुरु’ विषय पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
प्रकृति में जल, जंगल, जमीन, नदी, सागर, पहाड़ आदि का अंतर्भाव होता हैं। प्रकृति अपने अनंत हाथों से मनुष्य को अपना सर्वस्व देती रहती है। प्रकृति माता की तरह मनुष्य का ख्याल रखती है। वह मनुष्य की सहचरी-सहगामिनी है। प्रकृति मनुष्य के दिमाग शरीर व आत्मा को ऊर्जायुक्त बनाती है। प्रकृति की गोद में विचरण करने से हमारा मन स्वस्थ हो जाता है। प्रकृति हमें प्रेरणा देती है। प्रकृति के सान्निध्य में रहने के कारण तपस्वी वेदों की रचना कर सकें। रामायण जैसे महाकाव्य का जन्म भी प्रकृति के सान्ध्यि में ही हुआ था।

प्रकृति ने ही महान शास्त्रज्ञ न्यूटन को गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत की खोज करने के लिए प्रेरणा दी थी। महाकवि रवींद्रनाथ टैगोर को काव्य रचना करने की प्रेरणा प्रकृति ने ही की थी। प्रकृति के सान्निध्य में रहने के कारण तपस्वी वेदों की रचना कर सकें। मानव को प्रकृति के माध्यम से ही ‘सत्यं शिवम् संदरम्’ का एहसास होता है। प्रकृति मनुष्य का मार्गदर्शन करती है। इसलिए प्रकृति को हमारी गुरु कहा जाता है।

Additional Important Questions and Answers

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति क (१) आकलन कृति

कारण लिखिए।

Question 1.
लकड़हारा पेड़ को काटना चाहता है।
Answer:
क्योंकि पेड़ को काटने से उसकी आज की रोटी का इंतजाम हो जाएगा।

Question 2.
लकड़हारा चिंतित एवं दुखी हो जाता है।
Answer:
क्योंकि उसके हाथ से कुल्हाड़ी छूटकर नदी में गिर जाती है।

कृति क (२) आकलन कृति

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों

  1. भगवान
  2. गहरा

Answer:

  1. ग्रामीण व्यक्ति कौन था?
  2. पानी कैसा था?

निम्नलिखित कथन सही है या गलत पहचान कर लिखिए।

Question 1.
ग्रामीण व्यक्ति पहली बार सोने की कुल्हाड़ी लेकर नदी के बाहर आया।
Answer:
गलत

Question 2.
लकड़हारे की आर्थिक स्थिती अच्छी नहीं थी।
Answer:
सही

एक शब्द में उत्तर लिखिए।

  1. इसने कोशिश की।
  2. यह दुखी हो गया था।

Answer:

  1. ग्रामीण व्यक्ति
  2. लकड़हारा

कृति क (३) शब्द संपदा

निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए।

  1. दुख
  2. गाँव

Answer:

  1. दुःख
  2. ग्राम

निम्नलिखित शब्दों में उचित प्रत्यय का प्रयोग कीजिए।

  1. उपकार
  2. ग्राम
  3. भाग्य

Answer:

  1. उपकार : उपकारी : प्रत्यय : ई
  2. ग्राम : ग्रामीण : प्रत्यय : ईण
  3. भाग्य : भाग्यवान : प्रत्यय : वान

वचन बदलिए।

  1. कुल्हाड़ी
  2. रोटी

Answer:

  1. कुल्हाड़ियाँ
  2. रोटियाँ

नीचे दिए हुए शब्दों के पर्यायवादी शब्द लिखिए।

  1. चाँदी
  2. ग्रामीण
  3. अचानक
  4. मदद

Answer:

  1. रजत
  2. देहाती
  3. सहसा
  4. सहायता

कृति क (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘पेड़ की कटाई करना कानूनन अपराध है।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
पेड़ की कटाई करना कानूनन अपराध है। पेड़ हमें फल, फूल, छौंव, लकड़ी शुद्ध हवा व वर्षा भी देते हैं। यदि हम पेड़ों की कटाई करेंगे, तो आने वाले दिनों में हमारी पृथ्वी बंजर बन जाएगी। इससे तापमान में बढ़ोत्तरी होगी और हिमालय की बर्फ तेजी से पिघलने लगेगी। इससे पर्यावरणीय समस्या निर्माण हो जाएगी। सूर्य की पराबैंगनी किरणें धरती पर आ जाएगी; हमें कई बीमारियों का सामना करना पड़ेगा। अत: पेड़ों का संरक्षण करने के लिए कानून बनाया गया है। इसलिए यदि कोई पेड़ की कटाई करता है तो उसे कानून के तहत सजा देने का भी विधान है।

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति ख (१) आकलन कृति

समझकर लिखिए।

Question 1.
किसने, किसके लिए कष्ट उठाए?
Answer:
ग्रामीण व्यक्ति ने लकड़हारे के लिए कष्ट उठाए।

Question 2.
ग्रामीण व्यक्ति इस क्रम में ले आया कुल्हाड़ियाँ
Answer:
चाँदी की कुल्हाड़ी, सोने की कुल्हाड़ी व लोहे की कुल्हाड़ी।

कृति पूर्ण कीजिए।


Answer:

कृति ख (२) आकलन कृति

किसने, किससे कहा?

Question 1.
दूसरे की चीज को अपनी कहना ठीक नहीं है।
Answer:
लकड़हारे ने ग्रामीण व्यक्ति से कहा।

Question 2.
लो भाई, इस बार तो यह लोहा ही हाथ लगा है।
Answer:
ग्रामीण व्यक्ति ने लकड़हारे से कहा।

उत्तर लिखिए।

Question 1.
लकड़हारे के अनुसार यही है उसका धन।
Answer:
मेहनत और ईमानदारी से जो भी मिलता है वहीं उसका धन है।

Question 2.
भगवान लकड़हारे पर प्रसन्न हो गए।
Answer:
क्योंकि वे लकड़हारे की ईमानदारी से प्रभावित हो गए थे।

Question 3.
भगवान ने लकड़हारे को इन्हें काटने के लिए मना किया।
Answer:
हरे-भरे पेड़ों को।

Question 4.
यह होना चाहिए इंसान का धर्म।
Answer:
मुसीबत के समय एक-दूसरे के काम आना।

कृति ख (३) शब्द संपदा

निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. चकित
  2. सुवर्ण
  3. दीन
  4. हस्त

Answer:

  1. हैरान, आश्चर्य
  2. सोना
  3. गरीब
  4. हाथ, कर

निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए।

  1. हाथ
  2. सोना

Answer:

  1. हस्त
  2. स्वर्ण

विलोम शब्द लिखिए।

  1. ईमानदारी
  2. उपकार

Answer:

  1. बेइमानी
  2. अपकार

निम्नलिखित शब्दों में उचित उपसर्ग लगाइए।

  1. मंजूर
  2. धर्म

Answer:

  1. मंजूर : उपसर्ग : नामंजूर
  2. धर्म : उपसर्ग : अधर्म

कृति ख (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
जो व्यक्ति स्वयं के साथ वफादार रहे, वह ईमानदार होता है। ऐसा व्यक्ति हिसाब के मामले में हेरा-फेरी नहीं करता है। ईमानदारी का संबंध सिर्फ व्यवहार में ही नहीं होता; बल्कि वह रिश्तों के प्रति भी दिखलाई देता है। अपने दोस्तों सगे एवं संबंधियों से बातचीत करते समय भी ईमानदारी रखनी चाहिए। व्यक्ति को किसी के अन्याय में भागीदार नहीं बनना चाहिए।

जो व्यक्ति ईमानदारी का ठीक से पालन करता है; वह जीवन में सफल हो जाता है। वह अपने कार्य एवं व्यवहार से समाज के सामने एक मिसाल खड़ी कर देता है। लालबहादुर शास्त्री जी की ईमानदारी से सभी भली भाँति परिचित हैं। इसलिए आज भी उनका नाम सम्मान से लिया जाता है। प्रश्न ३ (ग) निम्नलिखित गद्यांश पड़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति ग (१) आकलन कृति

कृति पूर्ण कीजिए।

Question 1.

Answer:

Question 2.
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 लकड़हारा और वन 14
Answer:
Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 3 लकड़हारा और वन 13

Question 3.

Answer:

कारण लिखिए।

Question 1.
लकड़हारे की सारी थकान दूर हो गई।
Answer:
क्योंकि वह एक पेड़ की ठंडी छाया में बैठ गया था।

Question 2.
लकड़हारा जंगल में लकड़ी काटने जाता है।
Answer:
क्योंकि उसकी पत्नी ने उसे लकड़ी काटने के लिए जंगल में जाने के लिए का।

कृति ग (२) आकलन कृति

समझकर लिखिए।

Question 1.
लकड़हारा इसलिए डर गया
Answer:
उसने आवाज सुनी और उस समय जंगल में कोई नहीं था। अत: भूत होने के एहसास के कारण वह डर गया।

Question 2.
यह कारण बताया लकड़हारे ने पेड़ की कटाई करने का
Answer:
लकड़ियाँ काटना यही लकड़हारे की रोजी-रोटी का रास्ता था और उसे अपने चार-चार बच्चों का पेट पालना था।

सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखिए।

Question 1.
अधिक बच्चे होने के कारण, _______ में दुख तो आएगा ही। (कुटुंब, परिवार, खानदान)
Answer:
अधिक बच्चे होने के कारण, परिवार में दुख तो आएगा ही।

Question 2.
______ बच्चों को पालना पड़ता है। (बच्चों, परिवार वालों, रिश्तेदारों)
Answer:
चार चार बच्चों को पालना पड़ता है।

संक्षेप में उत्तर लिखिए।

Question 1.
पेड़ों के उपयोग
Answer:
शुद्ध हवा, पानी व भोजन प्रदान करना कृति ग

शब्द संपदा

पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. प्राण
  2. जंगल
  3. चीख
  4. छाया

Answer:

  1. जान
  2. वन
  3. चिल्लाहट
  4. सँव

वचन बदलिए।

  1. नजरें
  2. लकड़हारा

Answer:

  1. नजर
  2. लकड़हारे

विलोम शब्द लिखिए।

  1. बेकसूर
  2. सोना

Answer:

  1. कसूरवार
  2. जागना

Question 1.
कसूर शब्द में उचित उपसर्ग लगाकर नया शब्द बनाइए व संबंधित उपसर्ग से अन्य दो शब्द बनाइए।
Answer:
कसूर : उपसर्ग : बे; नया शब्द : बेकसूर

Question 2.
परिवार शब्द में उचित प्रत्यय लगाइए।
Answer:
परिवार : प्रत्यय : इक : पारिवारिक

कृति ग (४) स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘छोटा परिवार, सुखी परिवार’ पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
छोटे परिवार में पति-पत्नी तथा एक या दो बच्चे होते हैं। छोटा परिवार, सुखी परिवार कहलाता है। छोटे परिवार में माता-पिता अपने एक या दो बच्चों पर ठीक से ध्यान देने में समर्थ होते हैं। उनकी शिक्षा एवं उनके लिए अन्य सामग्री का जुटाव करने में उन्हें दिक्कत नहीं आती। यदि परिवार बड़ा है यानी तीन या चार बच्चे परिवार में हैं, तो माता-पिता को सभी की पढ़ाई का खर्चा एवं खाने-पीने का खर्चा करने में कठिनाई महसूस होती है। इसलिए परिवार छोटा होना चाहिए। छोटा परिवार होने से देश की जनसंख्या भी बढ़ती नहीं है। यह राष्ट्रहित के लिए आवश्यक है। यदि देश खुश रहेगा, तो देश में रहने वाली प्रजा भी खुश रहेगी। इसलिए ‘छोटा परिवार, सुखी परिवार’ यह विधान सर्वथा उचित है।

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

कृति घ (१) आकलन कति

निम्नलिखित गलत बाक्य सही करके फिर से लिखिए।

Question 1.
बिना हवा के मनुष्य जीवित रह सकता है।
Answer:
बिना हवा के मनुष्य जीवित नहीं रह सकता है।

Question 2.
पेड़ों के कटने से वन्य पशु शहर में आकर रहेंगे।
Answer:
पेड़ों के काटने से वन्य पशु नष्ट हो जाएँगे।

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों

  1. हरा-भरा
  2. शुद्ध हवा

Answer:

  1. कौन-सा पेड़ नहीं काटना चाहिए?
  2. मनुष्य को साँस लेने के लिए क्या चाहिए?

कृति पूर्ण कीजिए।

Question 1.

Answer:

कृति घ (३) शब्द संपदा

विलोम शब्द लिखिए।

  1. अच्छी
  2. समस्या

Answer:

  1. बुरी
  2. समाधान

समानार्थी शब्द लिखिए।

  1. मतलब
  2. शुद्ध

Answer:

  1. स्वार्थ
  2. पवित्र

Question 1.
गदयांश में से शब्द-युग्म ढूँढकर लिखिए।
Answer:
हरा-भरा, कम-से-कम

स्वमत अभिव्यक्ति

Question 1.
‘वृक्ष हमारे मित्र हैं। अपने विचार लिखिए।
Answer:
‘वृक्षों से ही जीवन बन सका। इनसे सृष्टि सारी। सत्यं, शिवम्, सुंदरम् इनसे। धरती लगती प्यारी।’ सचमुच वृक्ष हमारे मित्र हैं। वृक्ष हम पर अनंत हाथों से उपकार करते रहते हैं। वे हमें प्राणवायु, फल, फूल, लकड़ी व वर्षा देते हैं। वृक्षों से हमें आयुर्वेद की विविध दवाइयाँ भी मिलती हैं। वृक्षों के कारण जंगलों का अस्तित्व बना रहता हैं। वृक्षों के कारण ही पर्यावरण संतुलन अबाधित है। इस पृथ्वी का अस्तित्व भी वृक्षों के कारण ही टीका हुआ है। इसलिए वृक्ष सर्वथा हमारे मित्र हैं।