Chapter 7 मेरे रजा साहब
Textbook Questions and Answers
सूचनानुसार कृतियाँ करो :
संजाल पूर्ण करो :
Answer:
कृति पूर्ण करो:
Answer:
सूची तैयार कीजिए।
Question 1.
पाठ में उल्लेखित विविध भाषाएँ।
Answer:
हिंदी, उर्दू, फ्रेंच, अंग्रेजी।
Question 2.
पाठ में उल्लेखित विविध देश के नाम।
Answer:
लंदन, पेरिस, न्यूयार्क।
कृति पूर्ण करो :
Answer:
स्वाध्याय विषयक कृतियाँ
संजाल पूर्ण कीजिए।
Answer:
भाषाबिंदु
Question 1.
पाठ्यपुस्तक से दस वाक्य चुनकर उनमें से उद्देश्य और विधेय अलग करके लिखिए।
Answer:
उपयोजित लेखन
Question 1.
जहाँ चाह होती है वहाँ राह निकल आती है, इस सुवचन को आधार बनाकर अस्सी शब्दों तक कहानी लिखिए।
Answer:
विजयपुर नाम के एक छोटे से नगर में अथर्व नाम का होनहार व परिश्रमी लड़का रहता था। इस संसार में उसका कोई नहीं था । वह अनाथ था। दिनभर मेहनत मजदूरी करके वह स्वयं का पेट पालता था। अथर्व को पढ़ाई करने की चाह थी, लेकिन स्कूल जाने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे। इसलिए वह शाम को मजदूरी करके घर आकर अपने आप ही पढ़ाई करता था ।
पढ़ाई करते समय यदि कुछ समझ में नहीं आता था, तो वह अपने आस-पास रहने वाले बच्चों से पूछ लेता था । ऐसा करके वह पढ़ना-लिखना सीख गया। एक दिन नगर के भव्य दिवार पर लगाया विज्ञापन उसने पढ़ा। विज्ञापन में लिखा था कि सरकार होनहार बच्चों को छात्रवृत्ति देना चाहती है और इसके लिए छात्रों को मौखिक साक्षात्कार के लिए सरकारी दफ्तर में आना पड़ेगा।
अथर्व विज्ञापन पड़कर निश्चित समय पर सरकारी दफ्तर में पहुँच गया। लेकिन उसका नाम किसी भी स्कूल में दर्ज न होने के कारण कर्मचारियों ने उसे वहाँ से जाने के लिए कहा। अथर्व के पास पढ़ने की ललक थी। वह वहाँ से जाने के लिए तैयार नहीं हुआ। वहीं पर खड़े रहकर वह विनंती करने लगा। उसी वक्त जिला अधिकारी वहाँ पर आ पहुंचे। उन्हें सारी बातें समझ में आ गई और उन्होंने अथर्व का साक्षात्कार लिया।
मुलाकात में उन्होंने अथर्व को कई प्रश्न पूछे। आश्चर्य की बात यह थी कि किसी स्कूल का छात्र न होने के बावजूद भी उसने सभी प्रश्नों के सही उत्तर दिए। अत: उसकी होशियारी की तारीफ करते हुए जिलाधिकारी ने उसकी छात्रवृत्ति मजूर कर दी। सच ही कहा गया है कि जहाँ चाह होती है, वहाँ राह होती है।
मौलिक सृजन
Question 1.
कला से प्राप्त आनंद अवर्णनीय होता है। अपने विचार लिखिए।
Answer:
मन के अंत:करण की सुंदर प्रस्तुती ‘कला’ कहलाती है। दूसरे शब्दों में अभिव्यक्ति की कुशल शक्ति कला कहलाती है। संगीत, काव्य, रंगमंच, चित्रकला, मूर्तिकला आदि विविध प्रकार की कला हैं। कला के द्वारा मनुष्य को सत्यम्, शिवम् व सुंदरम का एहसास होता है। कला के द्वारा मिलने वाले आनंद की कोई सीमा ही नहीं होती। कला मनुष्य को संकीर्ण भावनाओं से ऊपर उठाती है।
कला मनुष्य के हदय को सौंदर्य, उल्लास व मनोरंजन से भर देती है। ताजमहल अद्वितीय कला का एक रूप है। उसे देखकर मनुष्य का हृदय हर्ष एवं खुशी से झूमने लगता है। ताजमहल को देखकर कवि सुंदर कविता लिखता है, तो चित्रकार अद्भुत चित्र का निर्माण करता है। इसलिए कला से प्राप्त आनंद अवर्णनीय होता है।
स्वयं अध्ययन
किसी गायक/गायिका की सचित्र जानकारी लिखो।
Additional Important Questions and Answers
निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति क (१) आकलन कृति
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
कारण लिखिए।
Question 1.
लेखिका दिल्ली गई थी।
Answer:
अपनी ‘गणपति प्रदर्शनी’ के लिए।
Question 2.
लेखिका अस्पताल जाकर रजा साहब को अलविदा कहकर लौट आई।
Answer:
क्योंकि वे अस्पताल में शून्य की तरह लेटे थे और उनकी सिर्फ साँस चल रही थी।
कृति क (२) आकलन कृति
उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों
Question 1.
व्हीलचेअर
Answer:
गद्यांश में प्रयुक्त साधन का नाम जिसका उपयोग विकलांग करते हैं।
Question 2.
रजा साहब
Answer:
लेखिका को सपने में किसने शुभकामना दी?
निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य पहचान कर लिखिए।
Question 1.
२३ जुलाई के दिन रजा साहब परलोक सिधारे।
Answer:
सत्य
Question 2.
पिछले फरवरी को लेखिका मुंबई गई थी।
Answer:
असत्य
कृति क (३) शब्द संपदा
Question 1.
पद्यांश में प्रयुक्त विदेशी शब्द ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
व्हीलचेअर
निम्नलिखित शब्द में उचित प्रत्यय का प्रयोग कीजिए।
Question 1.
प्रदर्शन
Answer:
प्रदर्शनी – प्रत्यय – ई
वचन बदलिए।
- शुभकामना
- सास
Answer:
- शुभकामनाएँ
- साँसें
नीचे दिए हुए शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए ।
- शुभकामना
- अवसर
Answer:
- बधाई
- मौका
Question 1.
‘एक कलाकार के मन में दूसरे कलाकार के प्रति आत्मीयता होती है।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
एक कलाकार को दूसरे कलाकार के प्रति आत्मीयता होती है। यह पूर्णत: सत्य है। कलाकार फिर वह अभिनेता हो या चित्रकार। उनमें एक-दूसरे के प्रति सम्मान व आदर की भावना होती है। यदि एक कलाकार उम्र में बड़ा एवं श्रेष्ठ हो, तो दूसरे कलाकार के हृदय में उसके प्रति श्रद्धा और बढ़ जाती है। वह उसमें अपना आदर्श दूबने लगता है और उसकी शैली एवं कला का अनुसरण करने लगता है। आज भी कई वर्तमान चित्रकार स्वर्गीय एम.एफ. हुसैन जी के कायल हैं। यह उनके प्रति, कलाकार के प्रति सहृदयता व आत्मीयता ही है।
निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
- गद्यांश में उल्लेखित धर्म ।
- गद्यांश में उल्लेखित धर्मग्रंथ ।
Answer:
- हिंदू व ईसाई
- बाइबल, गीता, कुरान
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
किसने, किससे कहा?
Question 1.
“आपसे बात करनी हैं?”
Answer:
लेखिका ने रजा साहब से कहा
Question 2.
“मैं कलाकार हूँ।”
Answer:
रजा साहब ने लेखिका से कह्य ।
Question 3.
“चलो तुम्हारा काम देखते हैं।”
Answer:
रजा साहब ने लेखिका से कहा ।
उचित जोड़ियाँ मिलाइए
Answer:
i – ग
ii – घ
iii – ख
iv – क
Question 1.
गद्यांश में से विदेशी शब्द ढूँड़कर लिखिए
Answer:
आर्ट, गॅलरी, स्टेडियो, इंटरव्यू
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए ।
Question 1.
अपने जीवन की कथा
Answer:
आत्मकथा
Question 2.
कला दिखाने वाला
Answer:
कलाकार
विलोम शब्द लिखिए।
- धर्म x
- सुबह x
Answer:
- धर्म x अधर्म
- सुबह x शाम
निम्नलिखित शब्द से प्रत्यय अलग कीजिए।
कलाकार
Answer:
प्रत्यय – कार
स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
‘सभी धर्मों के प्रति समभाव रखना कलाकार की विशेष पहचान होती है।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
कलाकार वही होता है, जो सिर्फ अपनी कला से ही नहीं, बल्कि अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से सभी पर अपनी अमिट छाप निर्माण करता है। कलाकार जीवन का सच्चा उपासक होता है। मानवीय मूल्य एवं संस्कृति के प्रति उसके हृदय में श्रद्धाभाव होता है। अत: वह सभी धर्मों को मानता है। उसके लिए सभी धर्म की किताबें एक समान होता है। वे भी सभी धर्मों के प्रति समान भाव रखते थे। एक कलाकार के पास जीवन के प्रति उदार दृष्टिकोण होता है।
निम्नलिखित गद्यांश पड़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति ग (१) आकलन कृति
कारण लिखिए।
Question 1.
रजा साहब लेखिका के साथ पुणे गए।
Answer:
क्योंकि वे लेखिका का काम देखना चाहते थे।
Question 2.
रजा साहब ने लेखिका को पेरिस आने का न्यौता दिया।
Answer:
क्योंकि उन्हें लेखिका का काम पसंद आया था।
कृति पूर्ण कीजिए।
Answer:
समझकर लिखिए।
Question 1.
गद्यांश के आधार पर रजा साहब की विशेषताएँ
Answer:
सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखिए।
Question 1.
आपका ……… बहुत उज्ज्वल है। (भूत, भविष्य, वर्तमान)
Answer:
आपका भविष्य बहुत उज्ज्वल है।
Question 2.
ताज होटल के सामने से हमने ……… ली। (रिक्क्षा, टैक्सी, बस)
Answer:
ताज होटल के सामने से हमने टैक्सी ली।
कृति पूर्ण कीजिए।
Answer:
पर्यायवाची शब्द लिखिए।
- काम
- करीना
- धैर्य
- मदद
Answer:
- कार्य
- सलीका
- धीरज
- सहायता
विलोम शब्द लिखिए।
- ससुराल x
- छोटी x
Answer:
- ससुराल x मायका
- छोटी x बड़ी कृति ग
स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
व्यक्ति को हर काम तन्मयता व लगन से क्यों करना चाहिए?
Answer:
प्रत्येक काम तन्मयता व लगन से करने से व्यक्ति का पूरा ध्यान काम पर केंद्रित हो जाता है और वह सुचारू रूप से कार्य पूरा करता है। काम करने के लिए अधिक समय की भी आवश्यकता नहीं पड़ती। तन्मयता व लगन से काम करने से काम करने के सही तरीके का हमें पता चल जाता है और काम करने में एक प्रकार का आत्मविश्वास भी निर्माण हो जाता है।अत: व्यक्ति को हर काम तन्मयता व लगन से करना चाहिए।
निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति घ (१) आकलन कृति
निम्नलिखित गलत वाक्य सही करके फिर से लिखिए।
Question 1.
रजा साहब पेरिस स्टेशन पर लेखिका का इंतजार कर रहे थे।
Answer:
रजा साहब गारदीनो स्टेशन पर लेखिका का इतंजार कर रहे थे।
Question 2.
दोनों एक-दूसरे के ईमानदार अनुवादक थे।
Answer:
दोनों एक-दूसरे के ईमानदार समालोचक थे।
उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों
Question 1.
ग्यारह
Answer:
कितने बजे रजा साहब लेखिका के लिए दवा लेकर आए
Question 2.
रजा साहब
Answer:
लेखिका के घरवालों को किसने फोन किया था?
कारण लिखिए।
Question 1.
लेखिका व रजा साहब में कभी विवाद नहीं हुआ।
Answer:
क्योंकि रजा साहब के पास स्नेह व अपनापन था।
कृति घ (३) शब्द संपदा
विलोम शब्द लिखिए।
- ईमानदार x
- स्नेह x
Answer:
- ईमानदार x बेईमान
- स्नेह x घृणा
समानार्थी शब्द लिखिए।
- विवाद
- स्नेह
Answer:
- झगड़ा
- प्यार
अनेक शब्द के लिए एक शब्द लिखिए।
Question 1.
गुण-दोष आदि की आलोचना करने वाला
Answer:
समालोचक
Question 2.
गद्यांश में आए विदेशी शब्द ढूँढकर लिखिए
Answer:
होस्टेल, स्टेशन, रेस्टॉरेंट, ट्रेन।
कृति घ (४) स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
क्या स्नेह व अपनेपन से सभी के हृदय को जीता जा सकता है ? अपने विचार लिखिए।
Answer:
हाँ, स्नेह व अपनेपन से सभी के हृदय को जीता जा सकता है। स्नेह व अपनेपन की भावना ये दोनों मानवीय मूल्य हैं। स्नेह व अपनेपन में असीम शक्ति होती है। व्यक्ति को एक-दूसरे के साथ स्नेहपूर्वक व्यवहार करना चाहिए। एक-दूसरे के साथ अपनत्व रखने से संबंधों में मधुरता निर्माण होती है। जिस व्यक्ति के पास स्नेह व अपनत्व की भावना होती है, ऐसा व्यक्ति सभी को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। सभी लोग ऐसे व्यक्ति के बातों को महत्त्व देने लगते हैं। नेल्सन मंडेला, बाबा आमटे आदि महापुरुषों के पास स्नेह व अपनेपन की भावना थीं। इसलिए वे सभी को अपना बना सके थे।
कारण लिखिए।
Question 1.
लेखिका की लड़की के साथ रजा साहब शुद्ध हिंदी में बातें करते थे।
Answer:
क्योंकि लेखिका की बेटी बहुत खूबसूरत हिंदी बोलती थी।
Question 2.
लेखिका हफ्ते में एक बार रजा साहब के लिए भारतीय शाकाहारी खाना बनाकर भेजती थीं।
Answer:
क्योंकि उन्हें खाने का शौक था और वे दाल, चावल, रोटी व आलू की सब्जी बड़े शौक से खाते थे।
कृति ड (२) आकलन कृति
संजाल पूर्ण कीजिए।
Question 1.
Answer:
निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य पहचानकर लिखिए।
Question 1.
लेखिका की बड़ी बेटी हेलेना हिंदी बहुत ही खूबसूरत बोलती थी।
Answer:
सत्य
Question 2.
रजा साहब के कुछ फ्रांसीसी दोस्तों ने लेखिका को उनके इस दुनिया में न होने की सूचना दी।
Answer:
असत्य
कृति ङ (३) शब्द संपदा
Question 1.
परिच्छेद में से शब्द-युग्म ढूंडकर लिखिए।
Answer:
रोटी-आलू, अंग्रेजी-फ्रेंच, शेर-गजल, दाल-चावल
Question 2.
गद्यांश में से प्रत्यययुक्त शब्द ढूँढकर लिखिए।
Answer:
भारतीय – प्रत्यय – ईय
शाकाहारी – प्रत्यय – ई
Question 3.
गद्यांश में से ऐसे दो शब्द ढूँढकर लिखिए कि जिनके वचन परिवर्तित नहीं होते।
Answer:
आलू, दोस्त
नीचे दिए हुए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।
- शाकाहारी x
- सुंदर x
Answer:
- शाकाहारी x मांसाहारी
- सुंदर x कुरूप
कृति ङ (४) स्वमत अभिव्यक्ति
Question 1.
‘सिर्फ चित्रकारी करना ही रजा साहब का शौक नहीं था। वे तो बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे।’ स्पष्ट कीजिए।
Answer:
जी हाँ, रजा साहब एक बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे। चित्रकारी व पेंटिंग उनका पेशा था। इसके अलावा उन्हें कविताओं से प्रेम था। वे बड़े चाव से पढ़ते थे। शेर, गजल व पुरानी हिंदी फिल्मी गाने सुनते थे। हर सुंदर चीज का लेखन करते थे। हिंदी भाषा बहुत ही खूबसूरती से बोलते थे। उनके मित्र-परिवार में फ्रांसीसी दोस्त भी थे। इस प्रकार रजा साहब बहुआयामी प्रतिभा के धनी व व्यक्तित्व के स्वामी थे।