व्याकरण काल परिवर्तन
काल परिवर्तन के लिए सबसे पहले क्रिया का जानना अनिवार्य है।
क्रिया : वाक्य में जिस शब्द से किसी कार्य का करना या होना ज्ञात होता है। उसे क्रिया कहते हैं।
जैसे : पढ़ना, लिखना, बोलना, कहना, सुनना, जानना आदि। क्रिया हमेशा काल से जुड़ी रहती है।
काल : काल क्रिया के उस रूपांतरण को कहते हैं जिससे कार्य का समय और उसके पूर्ण अथवा अपूर्ण अवस्था का बोध हो।
जैसे : राम खाता है, राम जाएगा, मोहन ने किताब पढ़ा आदि।
काल के भेद : क्रिया के मुख्यत: तीन काल है।
- वर्तमान काल
- भूतकाल
- भविष्यत् काल
- सामान्य वर्तमान काल (Simple Present Tense)
- अपूर्ण वर्तमान काल (Present Continuous Tense)
- पूर्ण वर्तमान काल (Present Perfect Tense)
- सामान्य भूतकाल (Simple Past Tense)
- अपूर्ण भूतकाल (Past Continuous Tense)
- पूर्ण भूतकाल (Past Perfect Tense)
- सामान्य भविष्यत् काल (Simple Future Tense)
विशेष : हिंदी में अपूर्ण और पूर्ण भविष्यत् काल नहीं होता है।
(1) सामान्य वर्तमान काल : सामान्य वर्तमान काल उसे कहते हैं जिसमें क्रिया के होने का बोध होता है। सामान्य वर्तमान काल में कर्ता के लिए ‘ने’ विभक्ति नहीं लगती। क्रिया कर्ता के लिंग-वचन के अनुसार होती है। यदि क्रिया के अंत में ता / ती / ते + है / हैं / हो / हूँ लगा हो तो वह वाक्य सामान्य वर्तमान काल का होता है।
जैसे –
- मोनिका विद्यालय जाती है।
- मैं चलता हूँ।
- तुम बहुत सोते हो।
- बच्चे खेलते हैं।
कभी-कभी है / हैं / हो / हूँ अपने आप में क्रिया होते हैं जो सामान्य वर्तमान काल में होते हैं। जैसे –
- वह मेधावी छात्र है।
- वे राजनीतिज्ञ हैं।
- तुम बहुत शरारती हो।
- मैं मूर्ख नहीं हूँ।
(2) अपूर्ण वर्तमान काल : क्रिया के जिस रूप से इस बात का बोध होता है कि कार्य वर्तमान में जारी है या हो रहा है वह अपूर्ण वर्तमान काल कहलाता हैं। जब क्रिया के साथ रहा / रही / रहे + है / हैं / हो / हूँ लगा हो तो वह वाक्य अपूर्ण वर्तमान काल का कहलाता है।
जैसे –
- भीड़ जमा हो रही है।
- लोग मतदान कर रहे हैं।
- माँ खाना पका रही है।
- मैं शहर जा रहा हूँ।
- तुम किसे डाँट रहे हो?
(3) पूर्ण वर्तमान काल : क्रिया के जिस रूप से वर्तमान काल में कार्य के पूर्ण होने का ज्ञान होता है वह वाक्य पूर्ण वर्तमान काल कहलाता हैं।
प्राय: सामान्य भूतकाल के वाक्य में आगे है / हैं / हो / हूँ लगाकर पूर्ण वर्तमान काल बनाते हैं। क्रिया के साथ चुका / चुकी / चुके या / यी / ये / + है / हैं / हो / हूँ लगाकर भी पूर्ण वर्तमान काल बनाते हैं।
जैसे –
- यह गीत लताजी ने गाया है।
- माँ तीर्थ यात्रा पर गई है।
- महात्मा गाँधी जी असहयोग आंदोलन का मार्ग सिखा गए हैं।
- मैं सबकुछ जान चुका हूँ।
- तुम कहाँ से आए हो?
- अब सबकुछ खत्म हो चुका है।
- सभी सदस्य खाना खा चुके हैं।
(4) सामान्य भूतकाल : क्रिया के जिस रूप से कार्य के बीते हुए समय में होने का बोध होता है वह सामान्य भूतकाल कहलाता है। इसमें प्राय: क्रिया का भूतकालिक रूप लगता है। लिंग, वचन के अनुसार क्रिया के मूल रूप में आ / ए / ई / ईं जोड़ने से सामान्य भूतकाल के रूप बनते हैं। जैसे – खाया, पढ़ा, सोया, विचारा, सोए, गाए, निकले, पूछे, नाची, चढ़ी, पाई, सोची आदि।
उदाहरणार्थ :
- रमा कार्यालय गई।
- बच्चे परीक्षा देने गए।
- इतने प्रयास पर भी बात नहीं बनी।
विशेष: कभी-कभी था / थी / थे भी जब क्रिया का रूप लेते हैं तो वाक्य सामान्य भूतकाल में होता है।
- रानी लक्ष्मीबाई बहुत महान थीं।
- वह एक शरारती छात्र था।
- जनक जी सीता के पिता थे।
(5) अपूर्ण भूतकाल : क्रिया के जिस रूप से यह बोध हो कि कार्य भूतकाल में हो रहा था तो वह वाक्य अपूर्ण भूतकाल कहलाता है। इसमें प्राय: क्रिया के साथ रहा / रही / रहे + था / थी / थे लगाकर अपूर्ण भूतकाल बनाते हैं।
जैसे –
- आजादी की लड़ाई चल रही थी।
- सारे खिलाड़ी अच्छा खेल रहे थे।.
- अरुण परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
विशेष : यदि क्रिया के अंत में ता / ती / ते के साथ था / थी / थे लगा हो तो वाक्य अपूर्ण भूतकाल में होता है।
जैसे –
- वह हमेशा पढता था।
- उसे सबकी सेवा करनी पड़ती थी।
- वे जंगल में घूमते थे।
(6) पूर्ण भूतकाल : जिस वाक्य में क्रिया के बीते हुए समय में पूर्ण होने का आभास हो वह पूर्ण भूतकाल कहलाता है। सामान्य भूतकाल के आगे था / थी / थे लगाकर पूर्ण भूतकाल बनाते हैं। कभी-कभी क्रिया के साथ चुका / चुकी / चुके + या / ई / ए / या / + था / थी / थे लगाकर भी पूर्ण भूतकाल बनाते हैं।
जैसे –
- मोहन पर्वतारोहण के लिए गया था।
- माँ ने कई बार बेटे को समझाया था।
- सारे छात्रों ने कहानी लिखी थी।
- रमा खाना बना चुकी थी।
- देव देश के लिए कई बार जेल जा चुका था।
- पुलिस के जवान मोर्चे पर डॅट चुके थे।
(7) सामान्य भविष्यत्काल : इसमें क्रिया के भविष्य में होने का ज्ञान होता है। क्रिया के अंत में गा / गी / गे जोड़कर सामान्य भविष्यत काल बनाते हैं।
जैसे –
- माँ तीर्थ यात्रा पर जाएगी।
- वह खेल प्रतियोगिता में भाग लेगा।
- इस खबर से सभी चौकन्ने हो जाएँगे।
विशेष : भविष्य में क्रिया की केवल सामान्य, संभाव्य तथा हेतु भविष्यत् अवस्थाएँ होती हैं। इसमें अपूर्ण और पूर्ण की बात नहीं होती है।
प्रश्न 1.
कोष्ठक की सूचना के अनुसार निम्न वाक्यों का काल परिवर्तन करके वाक्य फिर से लिखिए :
(1) उषा की आँखों में हजारों दीप जल उठे। (सामान्य वर्तमानकाल)
उत्तर :
उषा की आँखों में हजारों दीप जल उठते हैं।
(2) दुकानदार ने रद्दी तौलकर किनारे रखी। (अपूर्ण वर्तमानकाल)
उत्तर :
दुकानदार रद्दी तौलकर किनारे रख रहा है।
(3) वे मुझे योगा के फायदे समझाते हैं। (पूर्ण वर्तमानकाल)
उत्तर :
उन्होंने मुझे योगा के फायदे समझाए हैं।
(4) मैं मनोरंजन के लिए टी. वी. ऑन करता हूँ। (सामान्य भूतकाल)
उत्तर :
मैंने मनोरंजन के लिए टी.वी. ऑन किया।
(5) चिल्ला-चिल्लाकर स्पीकर पर सूचना दी गई। (अपूर्ण भूतकाल)
उत्तर :
चिल्ला-चिल्लाकर स्पीकर पर सूचना दी जा रही थी।
(6) वे सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को प्रमुखता देते हैं। (पूर्ण भूतकाल)
उत्तर :
उन्होंने सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को प्रमुखता दी थी।
(7) वहाँ एक बड़े पेड़ की छाँह में उन्होंने वास किया। (सामान्य भविष्यकाल)
उत्तर :
वहाँ एक बड़े पेड़ की छाँह में वे वास करेंगे।
(8) तुमने यह कैसे जाना कि कोई वन है। (सामान्य वर्तमानकाल)
उत्तर :
तुम यह कैसे जानते हो कि कोई वन है।
(9) मछुवी रानी बनकर महल में घूम रही है। (अपूर्ण भूतकाल)
उत्तर :
मछुवी रानी बनकर महल में घूम रही थी।
(10) मल्लिका ने देखा तो आँखें फटी रह गईं। (सामान्य भविष्यकाल)
उत्तर :
मल्लिका देखेगी तो आँखें फटी रह जाएँगी।