रचना अनुवाद लेखन

रचना अनुवाद लेखन अनुवाद लेखन : किसी भाषा में कही या लिखी गई बात का किसी दूसरी भाषा में सार्थक परिवर्तन अनुवाद कहलाता है। अनुवाद एक कला है। अनुवाद करते…

व्याकरण शब्द संपदा

व्याकरण शब्द संपदा (1) लिंग : जिस शब्द से संज्ञा के स्त्री या पुरुष होने का बोध होता है, उसे ‘लिंग’ कहते हैं। लिंग के मुख्यत: दो भेद माने गए…

व्याकरण वाक्य शुद्धीकरण

व्याकरण वाक्य शुद्धीकरण वाक्य में लिंग, वचन, कारक तथा मानकवर्तनी की गलतियाँ सही करने हेतु यह प्रश्न पूछा जाता है। वाक्य में गलतियाँ ढूँढ़कर उन्हें सही करते समय इस बात…

व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक

व्याकरण रस वात्सल्य, वीर, करुण, हास्य, भयानक रस का शाब्दिक अर्थ है – निचोड़। रस काव्य की आत्मा है। काव्य को पढ़ने या सुनने से जिस आनंद की अनुभूति होती…

व्याकरण मुहावरे

व्याकरण मुहावरे भाषा को स्पष्ट और प्रभावशाली बनाने के लिए मुहावरों का प्रयोग किया जाता है। मुहावरा ऐसा वाक्यांश होता है जो सामान्य अर्थ से भिन्न किसी विशेष अर्थ का…

व्याकरण काल परिवर्तन

व्याकरण काल परिवर्तन काल परिवर्तन के लिए सबसे पहले क्रिया का जानना अनिवार्य है। क्रिया : वाक्य में जिस शब्द से किसी कार्य का करना या होना ज्ञात होता है।…

व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार)

व्याकरण अलंकार (शब्दालंकार) अलंकार का अर्थ है – आभूषण, गहने, सजावट आदि। सुंदर वस्त्र, आभूषण जैसे मानव शरीर की शोभा बढ़ाते हैं वैसे ही काव्य में अलंकार काव्य की शोभा…

रचना संभाषण लेखन

रचना संभाषण लेखन रोजमर्रा के जीवन में हम जो बातचीत या वार्तालाप करते हैं उसके लिखित रूप को संवाद-लेखन कहते हैं। वार्तालाप जितना चतुराई से किया गया है, उतना ही वह…

रचना वृत्तांत लेखन

रचना वृत्तांत लेखन वृत्तांत लेखन : किसी भी सभा, बैठक, कार्यक्रम आदि को लिखित रूप में प्रस्तुत करना ही वृत्तांत लेखन है। वृत्तांत संक्षिप्त होना चाहिए और क्रमबद्धता का विशेष…

रचना अनुवाद लेखन

रचना अनुवाद लेखन अनुवाद लेखन : किसी भाषा में कही या लिखी गई बात का किसी दूसरी भाषा में सार्थक परिवर्तन अनुवाद कहलाता है। अनुवाद एक कला है। अनुवाद करते…